Related to permanent injuction
2 years ago
Related to lal dora land
How much chances of winning the case if I produced 3-5 persons in proof related to matter.
Can I get permanent injuction easily or not in below matter. What can I do if panchayat call this land as chopal or parking place in oral without avidence or documentry proofs. Please give some suggestions .
सर में यह जानना चाहता हूँ कि मेरे पुरवजो की लाल डोरा हरियाणा के गावं में जगह है मेरे पुर्वज आजादी से पहलेसे ही इस जगह के कब्जाधारी हैं वो यहाँ पशु बाधते थे। इसमें एक पेड़ भी हमने 50साल पहले लगाया था। लेकिन समस्या यह है कि इसकी दिवार नही है लाल डोरा मुक्त अभियान हरियाणा में चल रहा है जिसमे मेनें आपती लगाई है परनतु बिडिपियो दिवार न होने का कारण बनाकर जमीन को पचायत भुमि बता रहा है । सन 2004में पचायत ने पेड़ के चारो और चबुतरा बनाया था । लेकिन अब वह चबुतरा टुट गया है । क्या यह मेरे लिए दुविधा का कारण बन सकता है गावं के कुछ लोग मेरे पक्ष में है पर विरोध मे ज्यादा है। लालडोरा के अन्दर जगह होने पर कोई भी लिखित सबुत नहीं है केवल यह कह सकते है कि यह हमारा केटल यार्ड है। आज से पहले लालडोरा के अन्दर कोई भी सर्वे नही हुआ है । पचायत के पास भी कोई लिखित सबुत तो है नही पर जगह का खाली होने का कारण ही पचायत दे रही है।
पजाब गावं शामलात लेडं एक्ट 1961 मे घर के दिवार होना जरुरी नही बताया गया है । कुछ और भी धाराए (1961 एक्ट) भी मेरी जमीन बता रही हैं।
परन्तु मे कोर्ट मे यह केसे साबित करुं कि यहा 26जनवरी 1950से पहले से मेरा कबजा है। मेरें एक परदादा तो जिन्दां है पर कहीं वो मेरे परिवार के मानकर सबुत न माने गऐ तो क्या होगा। एक दो व्यक्ति और भी हमारे पक्ष मे है पर मुझे मामला पुरी तरह समझ नही आ रहा है। अभी तक और किसी ने इस जमीन को अपना नही कहा है सभी खाली देखकर पचायत की बता रहें है।
कृपया करके 1961का ऐक्ट मुझे समझाकर कोई सुझाव दे कि मुझे कोर्ट में जाना चाहिए या नहीं।
Ankur Goel @ Complete Law Shield
Responded 2 years ago
लेकिन कोर्ट में जाना चाहिए
If you have had possession of the land for more than 12 years, it is yours under the law of adverse possession. As a result, you will have automatic ownership of the land. Additionally, bring all relevant papers to a lawyer so that they can check the relevant State land laws for your benefit. If no evidence exists, possession is considered the deciding factor.
If you find this answer helpful, please rate my answer. Thank You.
उसके ऊपर जमीन जिस राज्य में उस राज्य का जमीनी कानून जो है उसके ऊपर उसके बिना पर आपको यह मानना पड़ेगा कि जमीन किसके हक में जाता है?
अब सर्वप्रथम यह कीजिए कि अब आप वहां के एक लोकल lawyer से मिल कर बैठ कर बात कीजिए और पता कीजिए कि वहां का कानून क्या कहता है और सबसे पहले जमीन को अपने कब्जे में लीजिए।
File a case for permanent injunction in the court and see who object for what reason then you will have the clear picture in front of you.
Ankita Jaiswal
Responded 2 years ago
आपको मेरा ans पसंद आता है तो plZ *****, रेट करे, thanks
Rpy here